भारत के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका टेस्ट की पहली पारी में 171 रन बनाए। यशस्वी ने अपनी पारी में कई रिकॉर्ड बनाए। वह डेब्यू टेस्ट में 150 रन से ज्यादा बनाने वाले भारत के दूसरे ओपनर और कुल तीसरे खिलाड़ी बने। वह शिखर धवन के रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाए। धवन डेब्यू में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में मोहाली के मैदान पर 187 रन बनाए थे।
यशस्वी मैच के दूसरे दिन गुरुवार (13 जुलाई) को 143 रन बनाकर नाबाद थे। इसके बाद तीसरे दिन शुक्रवार को उन्होंने 150 रन का आंकड़ा पार किया। यशस्वी 171 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने 387 गेंद की पारी में 16 चौके और एक छक्का लगाया। उन्हें अल्जारी जोसेफ ने विकेटकीपर जोशुआ डी सिल्वा के हाथों कैच कराया। उनके शतक की मदद से भारत ने मैच को पारी और 141 रन के अंतर से जीत लिया।
यशस्वी ने रचा इतिहास
यशस्वी ने पहली पारी में भारत के लिए दो शतकीय साझेदारियां कीं। उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 229 रन जोड़े। रोहित 104 रन बनाकर आउट हुए। उनके बाद शुभमन गिल क्रीज पर आए, लेकिन वह छह रन बनाकर पवेलियन लौटे। यशस्वी को यहां से पूर्व कप्तान विराट कोहली का साथ मिला। उन्होंने कोहली के साथ तीसरे विकेट के लिए 110 रन की साझेदारी की। यशस्वी डेब्यू मैच में दो शतकीय साझेदारी करने वाले भारत के टेस्ट इतिहास में पहले बल्लेबाज बन गए।
साझेदारी करने वाले भारत के टेस्ट इतिहास में पहले बल्लेबाज बन गए।
सौरव गांगुली के रिकॉर्ड को किया ध्वस्त
यशस्वी जायसवाल विदेशी मैदान पर डेब्यू मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने इस मामले में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को पीछे छोड़ दिया। गांगुली ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में 131 रन बनाए थे।
यशस्वी ने तोड़ा अजहर का रिकॉर्ड
यशस्वी ने डेब्यू मैच में इतिहास रचते हुए पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ दिया। अजहर ने 1984 में डेब्यू मैच में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता में 110 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 322 गेंदों का सामना किया था। यशस्वी डेब्यू पारी में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने के मामले में अजहरुद्दीन का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
विश्वनाथ और पृथ्वी से आगे निकले यशस्वी
यशस्वी जायसवाल भारत के लिए डेब्यू टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले तीसरे स्थान पर आ गए। उन्होंने गुंडप्पा विश्वनाथ और पृथ्वी शॉ को पीछे छोड़ दिया। विश्वनाथ ने कानपुर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1969 में 137 रन बनाए थे। वहीं, पृथ्वी शॉ ने 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ राजकोट में 134 रन बनाए थे। यशस्वी अपने कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन को पीछे नहीं छोड़ पाए। रोहित ने कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ 2013 में 177 रन बनाए थे। वहीं, धवन ने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में 187 रन की पारी खेली थी।
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