गुलामी का प्रतीक अब इतिहास हो जाएगा: 26 जनवरी को ‘स्पेशल गेस्ट’ होंगे सेंट्रल विस्टा को बनाने वाले श्रमजीवी, प्रधानमंत्री मोदी ने परिवार संग किया आमंत्रित
नए संसद भवन की तस्वीरें देखकर लगता है कि इसे बनाने में खर्च हुए 1200 करोड़ रुपए सही जगह इस्तेमाल हुए हैं।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जिन्होंने सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास के लिए काम किया है, वे 26 जनवरी को मेरे विशेष अतिथि होंगे. देश के विकास में एक और संविधान है और दूसरी ओर श्रमिकों का योगदान है. यही प्रेरणा देश को आगे और भी कर्तव्य पथ देगी. अंग्रेजों के ज़माने में बयाना गया संसद भवन अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा। देश के नेता अब नए सांसद भवन में बैठा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है जो अब पूरा हो गया है. आधुनिक तकनीक से लैस और किसी महल जैसा दिखाई देने वाला नया संसद भवन जल्द काम में लिया जाने लगेगा। न्यू पार्लियामेंट हॉउस पुराने संसद भवन से 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है. यह पूरे 64,500 वर्ग मीटर एरिया में बनाया गया है. सेंट्रल विस्टा को टाटा प्रोजेक्ट्स ने बनाया है जिसकी लागत पहले 861.9 करोड़ रुपये थी जो बाद में बढ़कर 1200 करोड़ रुपए हो गई. New Parliament House को Tata Projects Ltd ने बनाया है. ये भवन पूर्ण रूप से भूकंपरोधी है, जिसका डिजाइन ‘HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ ने तैयार किया है. इसके आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं. नए संसद भवन में एक बार में 1200 से ज्यादा सांसद बैठ सकते हैं. इसमें 888 सांसद लोकसभा में और 384 सांसद राज्यसभा बैठेंगे। नए संसद भवन में सेंट्रल हॉल नहीं है. लोकसभा हॉल में ही दोनों सदनों के सांसद बैठ सकेंगे. नए भवन में एक सुंदर संविधान कक्ष का निर्माण भी किया गया है.चार मंजिला नए संसद भवन में लाउंज, लाइब्रेरी, कमेटी हॉल, कैंटीन और पार्किंग की सुविधा भी दी गई है. 31 जनवरी को 2023 के बजट सत्र का आयोजन नए संसद भवन में ही किया जाएगा। बजट के पहले चरण की बैठक 30-31 जनवरी को बुलाई जाती है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार का बजट नए भवन में पेश होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट के सामने सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन किया. अब इसे कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा. इससे पहले पीएम मोदी ने कर्तव्य पथ पहुंचकर इंडिया गेट के सामने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि जिन्होंने सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास के लिए काम किया है, वे 26 जनवरी को मेरे विशेष अतिथि होंगे. उन्होंने कहा कि आज भारत के आदर्श अपने हैं, आयाम अपने हैं. आज भारत के संकल्प अपने हैं, लक्ष्य अपने हैं. आज हमारे पथ अपने हैं, प्रतीक अपने हैं. देश के विकास में एक और संविधान है और दूसरी ओर श्रमिकों का योगदान है. यही प्रेरणा देश को आगे और भी कर्तव्य पथ देगी.
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