मेरठ में सराफा व्यापारी विजयवीर रस्तोगी की साली शीश महल में रहती हैं। उनके पति का भी सराफा का कारोबार है। पहले उनको निशाना बनाने की योजना भावना रस्तोगी ने बनाई थी। विवेक बिष्ट ने सोनीपत से बदमाश भी बुलाए थे। यहां संकीर्ण गलियां होने के चलते सोनीपत के बदमाशों ने विवेक बिष्ट से वारदात करने के लिए इनकार कर दिया था। इसके बाद सराफ के घर डाका डालने की योजना बनाई, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। वहीं, पुलिस की जांच में सामने आया कि पहली बार ही बदमाशों ने वारदात की कोशिश की। क्राइम पेट्रोल और यू-टयूब पर घटना करने के लिए वीडियो देखा, इसके बाद अंजाम देने पहुंचे।
बेटी और उसके प्रेमी के साथ बनाया था डकैती का प्लान
विजयवीर रस्तोगी के परिवार की भतीजी एवं जिम ट्रेनर देहली गेट नील की गली निवासी मां भावना रस्तोगी ने बेटी वंशिका के प्रेमी मुरादाबाद जिगर कॉलोनी निवासी विवेक बिष्ट के साथ वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था। पुलिस ने मां-बेटी और प्रेमी समेत उसके एक साथी मुरादाबाद बंगला गांव निवासी मोहित सैनी को गिरफ्तार कर लिया है। एसपी क्राइम अनित कुमार के मुताबिक, भावना रस्तोगी के पति सराफा कारीगर हैं। उनका वर्तमान में अपनी पत्नी से कोई ताल्लुक नहीं है। भावना का लंबे समय से विजयवीर रस्तोगी के घर पर आना जाना था, लेकिन अब वह काफी समय से उनके घर नहीं आई थी। लेकिन भावना को इसकी जानकारी थी कि उनके घर पर नकदी और जेवरात रखे रहते हैं। इसके चलते उन्होंने वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया। यू-टयूब और क्राइम पेट्रोल देखकर वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया। पुलिस के मुताबिक, दरअसल पहली बार बदमाश वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। इसके चलते वह घटना किस तरह होती है, इसकी जानकारी सोशल मीडिया से ले रहे थे।
जिम्मी नहीं होती तो डाल देते डाका
भावना भी वारदात को अंजाम देने के लिए मोहित और आयुष के साथ गई थी। तीनों ने मास्क लगा रखा था ताकि उनकी पहचान न हो सके। तीनों ने पूछताछ में बताया कि यदि पालतू कुत्ता जिम्मी नहीं होती तो वह वारदात को अंजाम दे देते, जिम्मी के हमला करने की वजह से वह वारदात को अंजाम नहीं दे सके।
पहले दुकान को निशाना बनाना चाहते थे बदमाश
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पहले वह सराफा व्यापारी विजयवीर रस्तोगी की दुकान को निशाना बनाना चाहते थे, लेकिन शहर सराफा बाजार की छोटी-छोटी गलियां हैं, वहां भीड़भाड़ भी रहती है, इसलिए दुकान को निशाना नहीं बनाया।
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