मेरठ में शास्त्रीनगर के गोल्डन टावर में सोमवार को 12वीं की छात्रा अवनि ने पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी थी। वहीं परिजनों ने अवनि के शव का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया था।
मेरठ में गोल्डन टॉवर के पिछले हिस्से से जिस समय अवनि कूदी, उस वक्त दो महिलाओं सहित अन्य पड़ोसी अपने फ्लैट की बालकनी में बैठे थे। वहीं छात्रा को छलांग लगाते देखकर महिलाएं चिल्ला पड़ीं। इससे पहले वे नीचे आतीं, सफाई कर्मचारी ने शोर मचा दिया।
इसके बाद सीसीटीवी में घटना देखने पर स्थानीय लोग भी कांप उठे। यह फुटेज सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हुई। परिवार ने बताया कि अवनि सुबह 9:30 बजे अपनी मां आकांक्षा से स्कूल जाने की बात कहकर फ्लैट से गई थी। सफाई कर्मचारी और सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के अनुसार सुबह 10:30 बजे अवनि को नीचे पड़ा देखा। सोसायटी के एक युवक ने बताया कि अवनि 40-45 मिनट छत पर घूमती रही। हेलमेट और स्कूल बैग भी छत पर रखा था।
अवनि पांचवीं मंजिल पर कैसे पहुंची, इसे लेकर सोसायटी के लोग भी सवाल उठा रहे हैं। सोसायटी में सिक्योरिटी गार्ड और सफाई कर्मचारी हैं। इसके बावजूद स्कूल ड्रेस में छात्रा कैसे वहां तक पहुंच गई। लोगों का कहना है कि सुरक्षा के मद्देनजर भी वहां पर कोई सुविधा नहीं है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि कभी कोई शिकायत नहीं की गई। सोसायटी के सचिव एवं पूर्व प्रिंसिपल डॉ. डीके जैन का कहना है कि अवनि बहुत ही हंसमुख थी। उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इससे सभी हैरान हैं
इंजीनियर बनना चाहती थी अवनि
अवनि चार परिवारों की लाडली थी और वह इंजीनियर बनना चाहती थी। इंटर पढ़ाई के साथ-साथ वह जेईई मेंस की तैयारी कर रही थी। प्री-बोर्ड की परीक्षा में कम नंबर पर आने पर वह अवसाद में चली गई। यह बात उसके माता-पिता को पता थी। माता-पिता बेटी को बार-बार समझाते थे। उसे हिल स्टेशन पर घुमाकर भी लाए और उसे उपहार भी दिए, बावजूद इसके उसे नहीं बचा पाए।
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